किस-किस से डरूँ मैं, दुनिया वाले बोलो? वास्तव है औरत बन गया मगर क्या भेद है ? स्त्र किस-किस से डरूँ मैं, दुनिया वाले बोलो? वास्तव है औरत बन गया मगर क्या भे...
मेरे नाम से ही अब मुस्कुराने लगें हैं वो , ये इश्क़ नहीं है तो और क्या है। मेरे नाम से ही अब मुस्कुराने लगें हैं वो , ये इश्क़ नहीं है तो और क्या है।
खोलूँ राज तो खुदगर्ज कहलाऊंगा ना खोलूँ तो घुट- घुट मर जाऊंगा ।। खोलूँ राज तो खुदगर्ज कहलाऊंगा ना खोलूँ तो घुट- घुट मर जाऊंगा ।।
कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से भूल जाऊँ। कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से...
पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना चाहती हूँ पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना...
टूटे सपनों की चीख सोने नहीं देती.... टूटे सपनों की चीख सोने नहीं देती....